कोहरा




कोहरा  
       
कभी तनहाई में ना आया करो 
दिल टूटता है  
सम्भालना मुस्किल है यादे 
बिखर जाती है 

यह  ना सोचा था कभी 
तुम हमें याद करोगी 
हमने समझा था की 
तुम हमें भूल जाओगी 

जिंदगी गुजर जायेगी  याद करके 
ना भुल पाये तुम्हे राह में  
दूरसे तेरी आवाज आती है 
हमें पुकारे चली जाती है 

एक पल ओ भी था 
तेरे बिन  दुनिया अधूरी थी 
आज तो दिनरात एक है 
तेरे बिन गुजर जाती  है 

कई राते हमने  गुजारी 
तुम्हारी याद करके, जाना 
तुम ना आयी उसी दिन 
तेरी आसुओको ना पहचाना  

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