मुझे ना सताओ सनम


मुझे ना सताओ सनम

मुझे ना सताओ सनम 
ना टटोलो दिल को सदातुम 
बेबस हुए है हम कसमसे 
ऐसे दिल में झाका ना करो 

रूप तुम्हारा है अति सुन्दर 
उतनी आहे दिल के  भीतर 
मन में उदासी बढ़ने लगी है 
विरह के बादल घने हुए है 

ये सजा मुझको कौनसे जनमकी 
क्या तुम्हे भाति तड़प मनकी 
दिल कमजोर कर दिया तूने 
बिरही जिंदगी लगती चबने 

ऐसी कुछ दवा दे दो मुझको 
नयन मेरे ना तरसे तुझको 
मेरे मन को काला  करदो 
अच्छा कोई ना दिखे मनको

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