"फर्स्ट ऐड" से सासे
"फर्स्ट ऐड" से सासे
तुम मुस्कराते रहो हम गम जुटाते रहे
ये दर्देदिल बड़ी मुस्किलसे गुल सवारते आ रहे
तेरी मुस्कराहट और अदाओकी जालिम पेशकश
और उसीके सहारे हुस्नने कियी हुयी फरमाइश
मजबूर है हम और साथ में हमारी निंदिया
खाँब भी सताते है लेकर तडपाती खामोशियाँ
हमारा सारा दिलोमेहेल चुरा लिया
बैठे है याद करते, नज़रे चुराते
बड़े लुटेरे है गालो की गुल छडिया
शिकायत भी नहीं कर सकते, गम सहलेते
कम से कम एक गुजारिश आपसे
तो जरा प्यारसे ख़याल रखना
गुलछडीयो से बेहोश होगये तो
"फर्स्ट ऐड" से सासे चला देना
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