सनम मुझे भूल जा
ये सनम मुझे भूल जा, मुझरीम हूँ मै तेरा सही
मुआफ ना करना मुझे कभी, मेरी खता तुझे रुला गयी
मुझे याद है वो जिंदगी
तेरे बगैर है वीरानी
अब नभ है खुला मेरे लिए
आवारा बना दिया तूने सही
तस्बिर तेरी दिल में बसी
चैन दिल का लूटा गयी
नींद गयी मेरा चैन गया
दिन बदिन तनहा रहा
ना किसी को मेंरा गम नहीं
ना किसी को मेरी कदर नहीं
क्या किसी के लिए मेरा प्यार था ?
उसीने ने कहा सब झूट था
तूने तेरे दिल में पनाह दी
प्यार की बून्द भी नसीब ना थी
दिल ने तुझे गम दिया
बावरा मै तेरा सही
अब किसी पर मेरा भरोसा नहीं
करीबी है ओ खफा रहे
मेरे अपने मुझ पर खफा सही
प्यार की बून्द भी नसीब नहीं
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