वृन्दावन की गोरी




One of my friend is still obstinate. I am trying to please her. I figures here role of Krisna and Gori for her.
Let us Hope .


मोरा मनवा मा बस गयी छोरी
नगरिया मोरी लूट ली पूरी  
वो है वृन्दावन की गोरी 

वह नयनन निहारती अकेले 
मुझे ढूंडती सारे सांज सबेरे 
बावरे नयना 
मनको ना चैना            
पदर उड़े 
अधर परे 
उसे काहे किसुद ना उरे ---वो है वृन्दावन की गोरी 

 तोहे प्रीत हुई है मुझसे 
अब शर्माए तू काहे किसीसे 
मै ना मिलु 
तोहे साजनी  
मेरे लिए 
तरसे तेरा मन 
तू तो हार गयी मुझसे वो पूरी --वो है वृन्दावन की गोरी 

मोरे बासुरिमा तू कहा खो जायरे  
तोहरा मनवा तो मै सब जानुरे 
मन में 
जो प्रीत भई 
लाज भी 
छोड़ गयी 
तो हे सूद ही ना, ना प्रीत की सबुरी  --वो है वृन्दावन की गोरी 

तोहे क्या हो गया ओ सजनी 
सपनोमे ना भूल हुई ओ रमणी 
नींद में तू 
हस्ती रहे 
कन्हैया से 
रमती रहे 
तोरी देखि न जावे बेसबरी --वो है वृन्दावन की गोरी 

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