प्यासा






जबसे देखा तुखको तू मन में बसी 
मन भी न सोया मोरा , लूट गयी हसी 
ना लगे दिल मोरा क्या करू ना सुलझे 
मोहे प्यार हुवा है तुझसे मुझे दिल में समाले 

मै देखता तुझको ताकता  ही रहता 
ना हटती नजरे ना मन मेरा हटता 
दिल में कैसा समाउ मुझे ना सुलझे 
मोहे प्यार हुवा है तुझसे मुझे दिल में समाले 

अखियो में क्याहै तेरे मुझे तो बताना 
उदासी क्यों भरी मनमे ,मुझे समझाना 
दिल तडपे मोरा क्या करू ना  सुलझे 
मोहे प्यार हुवा है तुझसे मुझे दिल में समाले 

दिल में दर्द ज़रा  हो मुझे दे देना 
मेरे पास की ख़ुशी तू ले लेना 
तेरे ख़ुशी में मेरी ख़ुशी सच समझ ले 
मोहे प्यार हुवा है तुझसे मुझे दिल में समाले 

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