mie hun
mie hun
वह तो मै हूँ जो सब मेरे है ,
तुझ में मै हूँ , मुझमे तू है
प्यार का सागर भरा है तुझमे
मै तो प्यासा किनारे खड़ा हूँ
अलग अलग चहरे सबके
पर सबका असली रूप तो मै हूँ
तेरा रूप मनभावन मुझको
ढूंढता हूँ तुझमे मुझको
झील किनारे बसी है शांति
तेरे नयनो में मेरी है बस्ती
नहीं हटती नजरे तुझसे
तुझमे मै हूँ, मुझमे तू है
तेरी पलको की गहराई में
ढूंढता हूँ तुझमे मै अकेले
तू है माया , मै शिव हूँ
तू है साया मै ओंकार हूँ
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