बेजबान आँखे



बेजबान आँखे


तेरी ओ जुल्फ के चेहरपे पेहेरे है
 नयन तेरे तपकिरी गहरे है
उसकी ओ नजरे गुमान कातिल है
उसमे गालोकी हसी शामिल है

ऐसेमे हम बेजान जान हुए है
तेरे प्यार में  गिरफदार हुए है
सिर्फ चहरे को तेहेकते बैठेंगे
चेहरेको दिल में सिर्फ उतारेंगे

कभी ना ख़त्म होगी प्यास मेरी
कितनी बुरी है आस तेरी
आ मेरे सीने में  तू उत्तर जा
आ मेरे नजरो हमेशा बस जा

ऐ मेरी तमन्ना ये शबनम
कितना देखू तुझे ना भरे मन
प्यास ये जनम जनम की अधूरी मेरी
सदा तडपाती आई शकल तेरी

मुझे ना गैर तू कभी समझना
दिलका टुकड़ा ही समझ लेना
तेरी आखो में ज़रा देखू तो
कहा रखा है मेरी आरजू को

कब ये मिलन की शाम आएगी
मेरे दिल में तू सदा समा जायेगी
दिल के अरमान फिर ना तड़पेंगे
तेरे सीने में रो रो के सो जाएंगे

मेरे दिल की बाहो में आजाना
सूरते चाँद मुझमे समा जाना
फिर ना रहेगी आरजू मेरी
बेहोशीमे जाऊंगा साथ तेरे
ऐ सूरते चाँद तेरा,          है गुमनाम
                          तू है मेरी जान वही तू ही अरमान
                         तेरी सूरत है वह कलि मुझसे ना शरमा 
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