पराजित



          पराजित 

दिल जो दे दिया तुझे
याद ना आना फिर,
तेरे बगैर जी लूंगा
तसबीरे छुपा लूंगा

इतनी मुहोबत है तुझमे
दिल को रुलाया करती है
इस्क  की आड़ में
बेजबा सवाल करती है

मै जो बिखर जाउ तो
यहासे चला जाऊंगा
फिर ना याद करना मुझे
बेदर्दी हो जाऊंगा

तू मुझे भाति नहीं
मुझे  चिडाती हो
याद  कराती हो बार बार
दूर जानेके बाद

तेरी याद में है मशगूल
बचपन के ओ तराने
आसु कभी उछाल आते
रोते हुवे वीराने

मुझे याद है वह दिन
पूछा था तूने तुम बिन
जीना होगा मुस्किल
ना संग रहे तो रात दिन

 देखने आएंगे मेहमान
घर में पूछ के देखना
करदेंगे मेरी शादी
किसीका घर सजाऊँगी देखना

समझ न पाये गुथ्थी
लाखो की थी मुठ्ठी
हम रह गए नादान
तू होगयी  सयानी

हमारी यादो ने तो तनहाई की चुनरी ओढ़ ली
नाराज है हमपर हमारी बेख़ुदाई पर
 लौटाया नहीं हमने जो दिया था उसने
मतलबी हो  गये थे, सब कुछ चुराया था, ओ दर्द

उसी दर्दने हमको देखा
सीने से आके झपका
देखके दुल्हनकी सूरत
सारा आसमा आके लिपका

हमें मालुम था             तेरी नजरो को कुछ कहना था    
लब्ज नाराज थे            बया करने दिल की हालत
चेहेरेपे नाराजगी           हमें और सताती आ रही
पलकोंके आसु             अलविदा करगये मुस्किलसे

तेरी याद मे हम रोते  सनम
सारा जहा खोदिया अब बचे गम
बेदर्दी हम प्यार में सनम
तेरी यादो का हक़ ना छीनना

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