अपने पराये




अपने पराये

        इस तरह न जानो, क्या हम इतने पराये हुये
        अपनो के लिए किया ,क्या इतने गए गुजरे हुये
तुमने ही तो दिलमे आरजू जगाई थी
दिलकी बातो से  दिलमें जगह  दियी थी
      वह तो हम भूले नहीं फिर भी हम पराये हुए
      गम  को सह ले ते तो भी आसु  भी पराये हुए
हमने कभी प्यार के सिवा कुछ माँगा भी नहीं
दिल के मेहफिल के सिवा और कुछ चाहत भी नहीं
      रूह के जान ए कसर अंदर तडपाती थी
     ख़ुशी की आह लिए मन ही मन तस्सली थी
अब तो हम गैर हुवे प्यार का सहारा भी गया
अलविदा कर के हमें प्यार किनारा भी ना रहा
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