हिरनी
हिरनी
ये हुस्नकी मलिका, ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे,हमें हो गया है
नयन विशाल, हिरनी जैसी
तिरकी नजरसे,हमें ढूंडती है
पलको की झिलमिल, हमें ना दिखा ओ
इरादा हमारा, कही टूट जाए
ये हुस्नकी मलिका, ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे,हमें हो गया है
ज़रा चहरे को, इधर तो दिखाओ
हसीन गालोकी , अदा देखने दो
चुपकेसे नज़रे,चुराके ये गुल
हस्ते जाते, गालो को सजाये
ये हुस्नकी मलिका,ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे, हमें हो गया है
लब्जोकी गुजारिश, ने और क्या कहना
केहेनेको शरमाये, वा क्या है कहना
अनार की लाली, वाह क्या लिपटी
दातो की माला ने,और सजादी
ये हुस्नकी मलिका ,ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे, हमें हो गया है
नासिका सुन्दर,जैसे चाफ़े कली हो
हमारे गंध को ,पहचानते हो
कानोमे झुमके, क्या झूम रहे है
उन्हें तो चूमनेकी, इजाजत मिली है
ये हुस्नकी मलिका, ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे, हमें हो गया है
तेरा उर जो धड़के, यौवन को सजाके
हमें बेहोशि की, दवा दे गया है
बाहोमे यदि तुम, आजाओ मलिका
होशमे लाना भी, तुम्हे पडेगा
ये हुस्नकी मलिका, ज़रा ठहर जाओ
प्यार तुमसे,हमें हो गया है
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