शर्मीली कैफियत





कैसे बताये उन्हें हम चाहते है उन्हें  बहोत 
दिल लगता नहीं सपने आते कैसे कैसे 

यह मेरे दोस्त की दासता बड़ी अजीब थी जनाब 
दिल भी इतना शरमाये कैसे 

शर्मीली यह कैफियत उदासी की दासता है 
अब वफ़ा से इंतज़ार कैसे 

जबतक ये आहात मंजिल तक ना पहुंचेगी 
खबर उनको होगी बताओ कैसे 

अब तो वह ज़माना ना रहा, जहा परदा है 
ऐसे में तुम्हारा शरमाना मुनासिफ कैसे

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